Tiger News: सरिस्का टाइगर रिजर्व से एक बार एक Tiger भगोडा हो गया। टाइगर गुरूवार को हरियाणा बॉर्डर पर पहुंच गया है। गुरूवार 15 अगस्त को टाईगर ने हरियाणा राजस्थान की सीमा पर सटे राजस्थान के गांव दरबारपुर 5 लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। फिलहाल टाईगर कपास के खेतों में छीपा हुआ है।Tiger
फॉरेस्टर सुशीला ने बताया कि सूचना मिली थी टाईगर हरियाणा बोर्डर पर पहुच गया है। वहां पर सुबह सुबह कई लोगों पर हमला भी किया है। वन विभाग के 20 से अधिक कर्मचारियोंं की टीम टाईगर की तलाश में लगी हुई है।Tiger
5 लोग किए घायल: वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार टाईगर ने पहले बासनी गांव के रहने वाले विकास कुमार पर हमला किया। उसे उसे अपने भाई को रेलवे स्टेशन पर लेने के बुलाया था। भाई का इंतजार करते हुए वह पैदल ही घर की तरफ निकल गया। इस दौरान अहीर बघोला गांव के रोड पर अचानक टाइगर- ST 2303 ने उस पर हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया।
भाई नहीं आता मार देता: टाइगर ने विकास पर कई वार किए और उसका हाथ चबा गया। इसी दौरान विकास का भाई वहां पहुंचा तो टाइगर भाग गया। अगर उस समय उसका भाई नहीं आया तो उसे जान से ही मार देता। युवक पर हमले के बाद टाइगर पास के दरबारपुर गांव की तरफ चला गया। करीब सुबह 11 बजे सतीश (45) , बीनू (30)और महेंद्र (33) सी टाइगर ने हमला कर घायल कर दिया। गांव में दहशत बनी हुई है।
टाईगर के हमले से घायल हुए तीनों को मुंडावर से अलवर जिला हॉस्पिटल रेफर किया गया है। पता चला है इससे पहले इसी टाईगर ने 5 बजे मुर्गी फॉर्म के पास अहरीबघोला में एक युवक को घायल किया था।
तीन गांवों में दहशत
दरबारपुर सरपंच वीर सिंह ने बताया कि टाइगर के चलते दहशत फैली हुई है। सरकारी स्कूल की छुट्टी कर दी गई है। हमलावर टाइगर को कपास के खेतों में देखा गया है। गांव मेंं मुनादी करवाई गई है।
ग्रामीण आसपास के इलाकों में लोगों को घर से नहीं निकलने की सलाह दे रहे हैं। इतना ही किसानों ने सुबह करीब 10 बजे टाइगर के पगमार्क दरबारपुर गांव में देखे गए। सभी का सर्तक रहने की सलाह दी है।
पिछली साल आया था टाईगर
ररिस्का से बार बार टाईगर भगोडे हो जाते है। जब हमले के कोई घायल होता है जब जाकर टीम को पता चलता है।
बता दे कि करीब 7 महीने पहले भी ये टाइगर सरिस्का के जंगल से निकलकर राजस्थान के बोडर रेवाड़ी तक चला गया था। वहां पर सरसो के खेतेा बैठ गया था। हरियाणा बॉर्डर पर भटसाणा गांव में दो वनकर्मियों पर हमला कर दिया था। जबकि कोटकासिम में एक किसान पर भी हमला किया था। करीब एक माह यहां पर दहशत बना हुआ था।